kidney failure
एक किडनी फेल होने के बाद क्या होता है?
पहले तो आपको शायद कुछ ग़लत न लगे. लेकिन बाद में, आपके पैरों में सूजन हो सकती है और आप बहुत थका हुआ महसूस कर सकते हैं। कभी-कभी, आपको उल्टी करने या खाने की इच्छा न होने जैसा महसूस हो सकता है। आपकी हड्डियों या हृदय में भी समस्या हो सकती है और आपका रक्तचाप बहुत अधिक हो सकता है। एक और चीज़ जो हो सकती है वह यह है कि आपके पास पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होंगी, जिसे एनीमिया कहा जाता है।
किडनी खराब होने पर कहाँ दर्द होता है?
किडनी हमारी पीठ में होती है और जब इसमें दर्द होता है तो दर्द हमारी पीठ से पसलियों तक जा सकता है। यदि दर्द बदतर हो जाए तो यह और भी अधिक फैल सकता है। इन लक्षणों पर ध्यान देना ज़रूरी है और इन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। जब आपको ये लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर को दिखाना और तुरंत परीक्षण करवाना सबसे अच्छा है।
किडनी फेलियर क्यों और कैसे होता है?
यूरिनरी इंफेक्शन, जिसे यूटीआई भी कहा जाता है, आपके गुर्दे ठीक से काम करना बंद कर सकते हैं। कभी-कभी, जब यूरिनरी इंफेक्शन बदतर हो जाता है, तो यह आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें काम करना बंद कर सकता है। उच्च शर्करा और उच्च रक्तचाप के कारण भी आपकी किडनी काम करना बंद कर सकती है।
किडनी फेलियर का डाइट प्लान :
किडनी फेलियर (Kidney Failure) के लिए एक सही आहार योजना तैयार करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि किडनी फंक्शन कम होने के कारण शरीर में विषैले पदार्थ बढ़ जाते हैं और इसे बहार निकालने में किडनी को मदद की जरुरत होती है। यहाँ कुछ सामान्य दिशा निर्देश हैं जो आपको किडनी फेलियर के रोगी के लिए एक स्वस्थ आहार योजना बनाने में मदद कर सकते हैं:
1. प्रोटीन:
- अधिक प्रोटीन आपकी किडनी को और अधिक बुरा कर सकता है, इसलिए मात्रा को नियंत्रित करें।
- हाई बायोलॉजिकल या पूर्ण प्रोटीन स्रोतों को पसंद करें जैसे कि पनीर, दही, अंडे, और मूंग दाल।
2. सोडियम (नमक):
- सोडियम की मात्रा को कम करें, क्योंकि यह रक्तचाप और तरलता को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
- नमक की जगह हर्ब्स और मसाले का उपयोग करें।
3. फल और सब्जियाँ:
- फल और सब्जियों का सेवन करें, लेकिन उचित मात्रा में क्योंकि कुछ उच्च पोटैशियम वाले फल और सब्जियां हो सकती हैं, जो किडनी के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
4. फलीयां और अंडाणु:
- फलीयों और अंडाणु की मात्रा को नियंत्रित करें, क्योंकि ये फॉस्फोरस और पोटैशियम का स्रोत हो सकते हैं।
5. पानी:
- पानी पीना किडनी के स्वास्थ्य के लिए बहुत अहम है, लेकिन डॉक्टर से सही मात्रा में पानी पीने के बारे में सलाह लें।
6. चाय और कॉफ़ी:
- चाय और कॉफ़ी की मात्रा को कम करें, क्योंकि ये डिहाइड्रेशन का कारण बन सकते हैं।
7. पौष्टिक द्रव्य:
- डॉक्टर द्वारा सुझाए गए पौष्टिक द्रव्यों को सही मात्रा में शामिल करें।
कृपया ध्यान दें कि ये सामान्य दिशा निर्देश हैं, और रोगी की स्थिति और उनकी आवश्यकताओं के आधार पर इसमें बदलाव किया जा सकता है। किसी भी आहार योजना को लागू करने से पहले, रोगी को उनके डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।