ankylosing spondylitis treatment in homeopathic
अगर मुझे एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस है तो क्या मैं अश्वगंधा ले सकता हूं?
जब आपको एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस नामक स्थिति होती है, तो आप अपने जोड़ों में दर्द और सूजन से राहत के लिए अदरक, हल्दी, अश्वगंधा, मेथी, सलामी और गिलोय जैसी जड़ी-बूटियों का उपयोग कर सकते हैं। ये जड़ी-बूटियाँ आपको बेहतर महसूस करा सकती हैं।
अगर मुझे एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस है तो क्या मुझे कैल्शियम लेना चाहिए?
कैल्शियम हमारे शरीर को सूजन, हड्डियों के नुकसान और नई हड्डियों के निर्माण जैसी चीजों में मदद करता है। एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस नामक स्थिति वाले लोगों की हड्डियां अक्सर कमजोर होती हैं और उन्हें अपनी हड्डियों को मजबूत रखने में मदद के लिए अतिरिक्त कैल्शियम लेने की आवश्यकता हो सकती है।
किस विटामिन की कमी से एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस होता है?
115 रोगियों में से हमने देखा, हमने पाया कि स्पोंडिलोआर्थराइटिस वाले अधिकांश लोगों में पर्याप्त विटामिन डी की कमी है। इसमें विभिन्न प्रकार के स्पोंडिलोआर्थराइटिस जैसे एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस, सोरियाटिक गठिया और अन्य वाले लोग शामिल हैं।
स्पॉन्डिलाइटिस में क्या खाना चाहिए?
स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए स्वस्थ आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है, जो उन्हें लक्ष्य के निकट ले जाता है, जैसे कि शारीर की ताकत और संक्रिया को बढ़ाना। यहाँ कुछ आहार हैं जो स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकते हैं:
1. प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ: मांस, मछली, अंडे, दालें, और दूध उत्पाद जैसे कि दही, पनीर, इत्यादि, इस रोग के मरीजों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
2. अनाज: उच्च फाइबर अनाज जैसे कि गेहूं, ब्राउन राइस, ओट्समील, और ब्रेड स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए उत्तम हो सकते हैं।
3. हरी सब्जियां: पालक, सरसों के पत्ते, टमाटर, गाजर, और बीटरूट जैसी हरी सब्जियां भी शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान कर सकती हैं।
4. फल: संतरा, आम, अनार, केला, आमला, और बेरीज़ जैसे फल स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए अच्छे हो सकते हैं।
5. नट्स और बीज: अखरोट, बादाम, काजू, और लाखड़ी जैसे नट्स, सम्पूर्ण बीज, और सन्फ के बीज स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
6. हेल्दी तेल: ऑलिव ऑयल, कानोला ऑयल, और तिल के तेल जैसे स्वस्थ तेल स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए अच्छे हो सकते हैं।
साथ ही, विशेषज्ञ या न्यूरोलॉजिस्ट की सलाह और उनकी दिशानिर्देशों के अनुसार खाद्य पदार्थों का सेवन करना अच्छा होता है।