पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि एक महत्वपूर्ण भाग होता है, जो मूत्र और प्रजनन प्रणाली से जुड़ा होता है। उम्र बढ़ने के साथ में ही कई पुरुषों को प्रोस्टेट की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें BPH या बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि सबसे आम है।
- यह स्थिति पेशाब करते टाइम में परेशानी , बार-बार पेशाब का आना और पेशाब की धीमी धारा जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है।
हालांकि कई मामलों में बिना सर्जरी के भी प्रोस्टेट का इलाज संभव है।
२) प्रोस्टेट का प्राकृतिक और घरेलू उपाय क्या है ?
(i) सही आहार और पोषण
* संतुलित आहार प्रोस्टेट ग्रंथि को अच्छा बनाए रखने में भी मदद करता है।
* टमाटर और लाइकोपीन युक्त आहार – टमाटर में लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सिडेंट होता है ,जो प्रोस्टेट ग्रंथि को स्वस्थ रखता है और BPH के लक्षणों को भी कम करता है।
* हरी सब्जियां और फल – पालक, ब्रोकली और गाजर जैसे खाद्य पदार्थ प्रोस्टेट स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
(ii) हाइड्रेशन और सही जीवनशैली * पर्याप्त मात्रा में पानी पीना –: दिनभर में कम से कम 8-12 गिलास पानी पीना ही चाहिए। * कैफीन और शराब से दुरी – : कैफीन और शराब पेशाब से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।
* धूम्रपान छोड़ना – धूम्रपान स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
( iii) . योग और व्यायाम (i) योगासन
मूलबंध आसन :– यह आसन पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और प्रोस्टेट स्वास्थ्य में सुधार करता है।
सेतुबंध आसन :– यह आसन मूत्राशय और प्रोस्टेट ग्रंथि को स्वस्थ बनाए रखता है।
प्राणायाम और ध्यान :– अनुलोम-विलोम और कपालभाति प्राणायाम करने से प्रोस्टेट की सूजन कम हो सकती है।
(ii) केगेल एक्सरसाइज
यह व्यायाम प्रोस्टेट ग्रंथि और मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत करता है
4. आधुनिक गैर-सर्जिकल उपचार?
(i) दवाइयां और थेरेपी
*अल्फा-ब्लॉकर्स – ये दवाएं प्रोस्टेट की मांसपेशियों को आराम देकर पेशाब करने में मदद करती हैं।
*अल्फा रिडक्टेज़ इनहिबिटर्स – ये दवाएं प्रोस्टेट ग्रंथि के आकार को छोटा करने में मदद कर सकती हैं।
(ii) मिनिमल इन्वेसिव तकनीकें
रेजम थेरेपी
ट्रांसयूरेथ्रल माइक्रोवेव थेरेपी (TUMT)