सीलिएक रोग ग्लूटेन नामक प्रोटीन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया के कारण होता है। ग्लूटेन विशेषकर गेहूं, बार्ली, राइ, और ओट्स में पाया जाता है। इस रोग में व्यक्ति का शरीर ग्लूटेन को सही तरीके से पाचन नहीं कर पाता है, जिससे विभिन्न तंत्रिकाओं में क्षति होती है।
ग्लूटेन के सेवन से शरीर में तीन प्रकार की कमी होती है
ग्लूटेन इंटॉलरेंस
यह एक अद्भिन्न रोग है जिसमें ग्लूटेन को पाचन करने में कठिनाई होती है, लेकिन इसमें इम्यून सिस्टम की सक्रियता नहीं होती है।
सीलिएक रोग
यह ग्लूटेन की पूर्णता के खिलाफ इम्यून प्रतिक्रिया के द्वारा होने वाला एक ऑटोइम्यून रोग है। इसमें शरीर की रक्त संचारित कोशिकाओं की उत्पत्ति होती है, जिससे विभिन्न अंगों में क्षति होती है।
ग्लूटेन सेंसिटिविटी
यह एक अन्य प्रकार की ग्लूटेन प्रतिक्रिया है, जिसमें ग्लूटेन के सेवन से समस्त स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होती हैं, लेकिन कुछ लक्षण हो सकते हैं जो ग्लूटेन के सेवन के बाद दिखाई देते हैं।
यदि किसी को सीलिएक रोग की संभावना है, तो वह डॉक्टर से संपर्क करें और उचित जाँच करवाएं। सही निदान और उपचार के लिए डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री का सुनिश्चित रूप से मूल्यांकन करेंगे।
सीलिएक रोग किस उम्र में शुरू होता है?
सीलिएक रोग की शुरुआत किसी भी आयु में हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर बचपन या युवावस्था में पहली बार स्थिति दिखाता है। इस रोग का प्रारंभ बच्चों और तीनेजर्स में हो सकता है, लेकिन किसी भी आयु में यह समस्या प्रकट हो सकती है।
बच्चों में सीलिएक रोग की शुरुआत जीवन के किसी भी चरण में हो सकती है, जब वे ग्लूटेन-युक्त आहार को शुरू करते हैं। अधिकांश लोगों में यह रोग बचपन या किशोरावस्था में होता है, लेकिन कुछ लोगों में यह बड़ी आयु में भी प्रकट हो सकता है।
सीलिएक रोग की आमतौर पर उत्पत्ति किशोरावस्था में होती है, लेकिन यह वयस्कों में भी प्रदर्शित हो सकता है, विशेषकर जब ग्लूटेन से पहले से ग्लूटेन-मुक्त आहार का सेवन हुआ हो। रोगी व्यक्ति किसी भी आयु में सीलिएक रोग से प्रभावित हो सकता है, और निदान और उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह का आदर्श है।
स्टेज 4 सीलिएक रोग क्या है?
सीलिएक रोग की चरणों को स्टेज कहा जाता है, और इसमें चार स्टेज होते हैं. ये स्टेज इस बीमारी की स्थिति को व्यक्ति के शारीरिक तंतु अंगों की चोटी में होने वाली क्षति के आधार पर बताए जाते हैं. निम्नलिखित हैं सीलिएक रोग के चार स्टेज
स्टेज 1
- इस स्टेज में, शरीर में ग्लूटेन के सेवन के कारण आत्म-उपशोषण की प्रारंभिक संकेत होते हैं, लेकिन अभी तक कोई विशेष लक्षण प्रकट नहीं होते हैं। इस स्टेज में सीलिएक रोग का पता लगाना कठिन हो सकता है क्योंकि लक्षण अभी सुब्तिल होते हैं।
स्टेज 2
इस स्टेज में, व्यक्ति को कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि पेट दर्द, दस्त, ओजन कमी, और अनेमिया। शरीर के तंतु अंगों में कुछ क्षति होती है, लेकिन यह अभी भी सामान्यत:रूप से सीलिएक रोग कहलाता है।
स्टेज 3
इस स्टेज में, गंभीर लक्षण प्रकट होते हैं, और तंतु अंगों में अधिक क्षति होती है। इसमें व्यक्ति को सीलिएक रोग की स्थिति से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डीयों का कमजोरी) और आंतों की क्षति।
स्टेज 4
इस स्टेज में, व्यक्ति की स्थिति सबसे गंभीर होती है। तंतु अंगों में अत्यधिक क्षति होती है और शरीर के विभिन्न हिस्सों में समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि कैंसर, आत्म-इम्यून समस्याएं, और संगत रोग। इस स्टेज में सीलिएक रोग के कारण होने वाली समस्याएं गंभीर हो सकती हैं और उच्चतम संभावना है कि डॉक्टर विचार करेंगे कि ग्लूटेन के सेवन से बचना आवश्यक है।
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सीलिएक रोग के लिए एक ग्लूटेन-मुक्त डाइट बहुत महत्वपूर्ण है ताकि रोगी को ग्लूटेन से दूर रखा जा सके और उन्हें सहारा मिल सके। यहाँ एक सीलिएक रोग के लिए ग्लूटेन-मुक्त डाइट प्लान का एक उदाहरण दिया गया ह
सीलिएक रोग के ग्लूटेन-मुक्त डाइट प्लान
1. अनाज (Grains):
- गेहूं, बार्ली, राइ, और ओट्स से बने आहार का पूरा तरह से त्याग करें।
- सुरक्षित अनाजों में शामिल करें: चावल, जौ, मक्का, किनुआ, और तिलहनी दालें।
2. फल और सब्जियां:
- सभी स्वादिष्ट फल और सब्जियों का अनुकरण करें।
- लहसुन और प्याज को बरतें, क्योंकि वे आमतौर पर सीलिएक रोग के लिए सुरक्षित होते हैं।
3. दुध उत्पाद:
- गाय का दूध और उससे बने उत्पादों को त्याग करें।
- बदले में, बादाम दूध, सोया दूध, और अन्य पौष्टिक दूध उत्पादों का उपयोग करें।
4. मांस और प्रोटीन
- सीलिएक रोगी लोग मांस और मछली का सेवन कर सकते हैं, परन्तु स्याही, लाल मांस, और पाइपर में सीजनिंग न करें।
- वेजिटेरियन विकल्प में, दाल, चना, सोया, और पनीर शामिल करें।
5. डेयरी उत्पाद:
- ग्लूटेन से मुक्त डेयरी उत्पादों का सेवन करें, जैसे कि दही, छाछ, पनीर, और चीज़।
6. स्नायु तेल और अंडे:
- स्नायु तेलों को सुरक्षित माना जाता है, जैसे कि ऑलिव ऑयल और कोकोनट ऑयल।
- अंडे एक सुरक्षित प्रोटीन स्रोत हो सकते हैं।
7. बाह्यिक पैकेज़ आहार
बाह्यिक पैकेज़ आहारों को सुरक्षितता के साथ सावधानीपूर्वक पढ़ें, क्योंकि इनमें छिपे ग्लूटेन की संभावना हो सकती है।
सीलिएक रोगी को अपनी डाइट प्लान को डॉक्टर या पौष्टिक विशेषज्ञ से सुनिश्चित करने के लिए सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकताएं और सामग्री आपस में भिन्न हो सकती हैं। डॉक्टर या पौष्टिक विशेषज्ञ व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति और व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर एक व्यक्तिगत डाइट प्लान तैयार कर सकते हैं।