जब IgE (इम्यूनोग्लोबुलिन ई) का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है, तो यह अलर्जी और संक्रामक रोगों के विकारों के संकेत का हो सकता है। IgE एंटीबॉडी होते हैं जो शरीर को विभिन्न प्रकार के विदेशी पदार्थों जैसे कि धूल, पॉलेन, धूम्रपान, पशुओं के धुले हुए स्केल, भूखंडों के दस्तावेज़ और कीड़े-मकोड़ों से बचाने में मदद करते हैं। इन्हें अन्य इम्यूनोग्लोबुलिनों के साथ मिलकर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ किया जाता है। लेकिन जब IgE का स्तर अनुचित रूप से उच्च होता है, तो यह बिना आवश्यकता के विदेशी पदार्थों के प्रति भारी विकार्य प्रतिक्रियाएं प्रारंभ कर सकता है, जिससे अलर्जी और अन्य संक्रामक रोग हो सकते हैं।
IGE Cured Patient report
IgE लक्षण क्या है?
IgE लक्षण अलग-अलग विदेशी पदार्थों के साथ संपर्क करने पर विकसित होते हैं। इन लक्षणों में खांसी, जुकाम, आंखों में जलन, त्वचा में खुजली, छींकें, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, उच्च बढ़ती तापमान, चक्कराना, यानी उच्च तापमान में आचानक वृद्धि, गले में खराश, आदि शामिल हो सकते हैं। यह लक्षण आमतौर पर विदेशी पदार्थों से संपर्क के बाद कुछ समय में प्रकट होते हैं और अलर्जी के प्रकार और उसके कारण बारे में अधिक जानकारी प्रदान करते हैं।
पॉजिटिव आईजीई टेस्ट का क्या मतलब है?
जब किसी व्यक्ति के IgE टेस्ट का परिणाम उच्च होता है, तो इसे “पॉजिटिव आईजीई टेस्ट” कहते हैं। इसका मतलब होता है कि व्यक्ति के रक्त में IgE की मात्रा सामान्य से अधिक है, जिससे उन्हें विभिन्न प्रकार की अलर्जी और संक्रामक रोगों के खतरे का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में, चिकित्सक रोगी के लक्षणों, इतिहास और अन्य जांचों के साथ मिलाकर सही निदान करते हैं और उच्च IgE स्तर के पीछे छिपे संभावित रोग को पहचानते हैं।
खून में एलर्जी कैसे पता करें?
खून में एलर्जी को जांचने के लिए IgE टेस्ट किया जाता है, जिसमें रक्त से IgE की मात्रा का मापन किया जाता है। यह परीक्षा चिकित्सक के संलग्न रोगी के लक्षणों और इतिहास के साथ मिलाकर किया जाता है और इससे अलर्जी या संक्रामक रोग के लिए संभावित निदान किया जाता है। चिकित्सक समय पर उचित निदान और उपचार के लिए इस परीक्षा का उपयोग करते हैं।
एलर्जी के 3 लक्षण क्या हैं?
एलर्जी के लक्षण व्यक्ति के अलर्जी के प्रति प्रतिक्रिया के अनुसार भिन्न होते हैं लेकिन निम्नलिखित कुछ आम लक्षण हो सकते हैं:
खांसी, जुकाम, आंखों में जलन, त्वचा में खुजली आदि, जिससे एलर्जी के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
खांसी और सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, सांस की चपेट में तकलीफ, यानी दिल या फेफड़ों के संबंधित लक्षण भी हो सकते हैं।
चक्कर आना, उच्च बढ़ती तापमान, चक्कराना, यानी उच्च तापमान में आचानक वृद्धि भी एलर्जी के लक्षणों में शामिल हो सकती हैं।
सबसे अच्छा एलर्जी टेस्ट कौन सा है?
सबसे अच्छा एलर्जी टेस्ट का चयन रोगी के लक्षणों, इतिहास और वैद्यकीय इतिहास के आधार पर किया जाता है। IgE टेस्ट, जो खून में IgE की मात्रा का मापन करता है, एलर्जी के निदान में सबसे आम प्रयोग किया जाने वाला टेस्ट है। इसके अलावा, अन्य टेस्ट जैसे कि एलर्जी टेस्ट एंडोस्कोपी और स्किन प्रिक टेस्ट भी एलर्जी के निदान में मदद करते हैं। चिकित्सक रोगी के विशेष परिस्थितियों के आधार पर सबसे उपयुक्त एलर्जी टेस्ट का चयन करेंगे।
क्या एलर्जी से खतरा हो सकता है?
हां, एलर्जी से खतरा हो सकता है, खासकर यदि व्यक्ति की एलर्जी गंभीर हो जाए। जब व्यक्ति किसी विदेशी पदार्थ के प्रति प्रतिक्रिया देता है, तो उसमें हिस्सा लेने वाले रासायनिक पदार्थ को शरीर एंटीबॉडी बनाता है जो उस विदेशी पदार्थ के साथ अपरिचित होते हैं। इस प्रक्रिया में जीवनशैली या खान-पान के कुछ बदलाव से व्यक्ति अपनी अलर्जी से बच सकता है, लेकिन गंभीर एलर्जी के मामूली संकेतों को नजरअंदाज न करें।
एलर्जी ठीक होने में कितना समय लगता है?
एलर्जी का योग्य और सबसे अच्छा इलाज हो सकता है। होमियोपैथी में इसका इलाज संभव है।
एलर्जी का सबसे अच्छा इलाज होम्योपैथिक उपचार है। जैसे ही आप एलर्जी को ठीक करने के लिए अपना इलाज शुरू करते हैं, आपको निश्चित परिणाम मिलेगा। इतने मरीज ब्रह्म होम्योपैथी से इलाज ले रहे हैं, उनका इलाज बहुत अच्छा चल रहा हैं। ब्रह्म होम्योपैथी आपको एलर्जी को ठीक करने के लिए सबसे तेज़ और सबसे सुरक्षित उपचार देना सुनिश्चित करता है।
ब्रह्म होमियोपैथी एक साइंस बेस रिसर्च क्लीनिक है जहा एलर्जी उपचार लक्षणों के प्रबंधन, दर्द को खत्म करने और रोग की प्रगति को रोकने तथा पूर्ण निदान के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।जीवन की बेहतर गुणवत्ता के लिए शुरुआती पहचान और समय पर एलर्जी उपचार आवश्यक है। ब्रह्म होमियोपैथी में सही डाइट प्लान के साथ सही मेडिसिन से सटीक इलाज किया जाता है। दुनिया भर से अनेको लोगों ने ब्रह्म होमियोपैथी से उपचार कराकर असाध्य रोगों से ठीक हो रहे है।