डिप्रेशन, जिसे मानसिक विकार भी कहते है, मनुष्य के भागदौड़ के जीवन में एक सामान्य मानसिक स्वास्थ्य विकार बन चुका है। यह मस्तिष्क से जुड़ा होता है और इसके असर शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ते हैं।
हालांकि, जब पैंक्रियास का प्रश्न उठता है , तो क्या पैंक्रियास में डिप्रेशन होता है। आज हम इस आर्टिकल के जरिये जानने का प्रयास करने वाले है।
२) पैंक्रियास का क्या काम होता है?
पैंक्रियास,हमारे पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो शरीर में इंसुलिन जैसे महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करता है। इसका मुख्य कार्य शुगर मेटाबॉलिज्म को कण्ट्रोल करना है ताकि शरीर में ग्लूकोस का स्तर संतुलित रहे। पैंक्रियास का स्वास्थ्य सीधा इंसुलिन उत्पादन और उसके कार्य से जुड़ा होता है, जो मधुमेह जैसी बीमारियों को असर करता है।
३) डिप्रेशन का असर ?
जब हम डिप्रेशन की बात करते हैं, तो यह मानसिक स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति का उदास, उत्सुकता में कमी और निराशा का सामना करना पड़ता है।
- डिप्रेशन के कारण मानव का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है और स्वास्थ्य को भी असर हो सकता है।
४) पैंक्रियास और डिप्रेशन का स्वास्थ्य से संबंध ?
पैंक्रियास के सन्दर्भ में डिप्रेशन का सीधा संबंध तब देखा जाता है , जब उसकी बीमारी पैंक्रियास या कैंसर , जो की मानव के मानसिक हेल्थ को असर करता है
* पैंक्रियास की बीमारियों से उत्पन्न मानसिक असर
पैंक्रियास बीमारियों के कारण, जैसे कि लंबे समय तक चलने वाली पैंक्रियाटाइटिस, मधमेह या पैंक्रियाटिक कैंसर, मानव को मानसिक स्वास्थ्य
जैसे समस्याएं हो सकती हैं। इन बीमारियों के चलते ही शारीरिक दर्द, थकान जैसी समस्याएं खडी होती हैं, जो मानसिक तनाव और अवसाद को जन्म देती हैं।